लालीगुरांश (सिर्जना भण्डारी)
प्यारसे सहेलाकरतो देखो
यारम
क्या कुछ नकरजाउँ तेरेलिए
तेरेलिएही जीरही हुँ
हरपल 
तेरेलिएही मररही हुँ पलपल।
बनाचुकी हुँ मालिक तुम्हे
हमारी प्यारके छोटीसी आसीयानेकी
तुझमेही मिला खुदाके बरकत
तुझमेही पाइ जन्नतकी सुकुन।
तुम मिलगए हो मुझे
पागलसी होरही हुँ मैं
सुध-बुध सब खोचुकी हुँ
पुरीतराहासे तेरी होचुकी
हुँ।
तुझे सामने लाए नालाए
खुदाके मर्जी, उन्हीकी कृपा
मैतो हरपल साथमे तेरी
तुमतो धड्कन बनचुकेहो मेरी।
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